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डॉ धर्मपाल सिंह का राजनीतिक सफर आगरा के एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण है, जहां छात्र राजनीति से शुरू होकर विधायक तक पहुंचे। 1963 में मैनपुरी में जन्मे डॉ. धर्मपाल सिंह ने डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और अपने पिता पृथ्वीराज सिंह के प्रभाव में राजनीति में कदम रखा। हिंदू धर्म के अनुयायी होने के नाते उन्होंने क्षेत्रीय मुद्दों पर मजबूत पकड़ बनाई।
डॉ धर्मपाल सिंह का जीवन परिचय
डॉ धर्मपाल सिंह का राजनीतिक सफर
उनका सफर 90 के दशक में छात्रसंघ चुनाव से शुरू हुआ, जहां उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय में जीत हासिल की। बाद में बसपा से जुड़कर एत्मादपुर से विधायक बने, लेकिन 2017 में बीजेपी के रामप्रताप सिंह चौहान से हार गए। फिर सपा का दामन थामने के बाद 2022 में एत्मादपुर विधानसभा बीजेपी विधायक डॉ धर्मपाल सिंह के रूप में वापसी की, जहां बसपा प्रत्याशी को हराने वाले डॉ धर्मपाल सिंह ने प्रबल प्रताप उर्फ राकेश बघेल को 47,924 वोटों से पीछे छोड़ा।
जानिए कौन हैं डॉ धर्मपाल सिंह
डॉ धर्मपाल सिंह एत्मादपुर राजनीतिक इतिहास में दल-परिवर्तन (सपा-बसपा-बीजेपी) के बावजूद क्षेत्रीय विकास, शिक्षा और किसान हितों पर फोकस ने उन्हें लोकप्रिय बनाया। 48% से अधिक वोट शेयर के साथ जीतने वाले इस डॉक्टर-राजनेता ने विधानसभा में सक्रिय भूमिका निभाई। उनकी संपत्ति घोषणा में सेवा और कृषि व्यवसाय का उल्लेख है।
